"आज पहली बार ऐसा संविधान बना है जबकि हमने अपने संविधान में एक भाषा रखी है जो संघ की भाषा होगी।"
- डा० राजेन्द्र प्रसाद
हमें अपनी भाषा मिली
सविधान सभा में
शुरू हुई बहस
१२सितम्बर १९४९ को
चार बजे अपराह्न से
हुई समाप्त
१४ सितम्बर १९४९ को
स्थान मिला
संविधान के भाग - १४ व
वर्तमान भाग-१७ में ।
काम - काज के रूप में हिन्दी आज नये - नये पड़ाव से हो कर गुजर रही है ।
आईये...! हिन्दी दिवस पर हम सभी आमूल चूल रूप में अपना सार्थक योगदान दें ।
बहुत सटीक और यथार्थ आधारित विचार हैं।
ReplyDeleteबहुत बढ़िया
ReplyDeleteहिंदी दिवस की हार्दिक शुभकामना . हिंदी भाषा के प्रचार प्रसार का संकल्प लें .
बहुत बढिया विचार .. ब्लाग जगत में आज हिन्दी के प्रति सबो की जागरूकता को देखकर अच्छा लग रहा है .. हिन्दी दिवस की बधाई और शुभकामनाएं !!
ReplyDeleteसही लिखा है आपने . बहूत ही सही समय पर पोस्ट किया है आपने !!
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